ऑपरेशन सिंदूर के बाद विदेश में गए सर्वदलीय शिष्टमंडलों ने दुनियाभर को भारत की नीतियों से प्रभावी ढंग से अवगत कराया – प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों ने विभिन्न देशों में जिस प्रकार से पहलगाम के आतंकवादी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद आतंकवाद का सफाया करने की आवश्यकता के संबंध में भारत के विचारों को प्रस्तुत किया उस पर उन्हें गर्व है।
प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले कुछ हफ्तों में विश्व के 33 देशों की यात्रा करने वाले बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों से कल मुलाकात की, जिसमें सांसद और पूर्व राजनयिक शामिल थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि इन प्रतिनिधियों ने शांति के लिए भारत की प्रतिबद्धता और आतंकवाद को खत्म करने की आवश्यकता को स्पष्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह से उन्होंने भारत की बात विश्व के समक्ष रखी है उस पर देश को गर्व है।
प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों ने प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात में अपने अनुभव साझा किए। केंद्र सरकार ने पहले ही अधिकतर वर्तमान सांसदों सहित 50 से अधिक व्यक्तियों के सात प्रतिनिधिमंडलों के इस कार्य की प्रशंसा की है।
अमेरिका में प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने राष्ट्र की सेवा का अवसर देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा की।
वहीं, शिवसेना के श्रीकांत शिंदे ने भी प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें आतंकवाद के विरुद्ध दृढ़ता से भारत की लड़ाई और वैश्विक शांति में भारत की अटूट प्रतिबद्धता के लिए इन मित्र देशों द्वारा दिए गए भारी समर्थन से अवगत कराया।
इस बीच, विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने पहले ही प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के विरुद्ध भारत के रुख को मजबूती से व्यक्त करने में उनके प्रयासों की सराहना की।
विदेश भेजे गए चार प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व सत्तारूढ़ गठबंधन के सांसदों ने किया, जिनमें भारतीय जनता पार्टी के दो, जनता दल (यूनाइटेड) के एक और शिवसेना के एक सांसद शामिल थे, जबकि तीन प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व कांग्रेस, डीएमके और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के सांसदों ने किया।
भारतीय जनता पार्टी के रविशंकर प्रसाद और बैजयंत पांडा, कांग्रेस के शशि थरूर, जनता दल (यूनाइटेड) के संजय झा, शिवसेना के श्रीकांत शिंदे, डीएमके की कनिमोई और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की सुप्रिया सुले ने दुनिया के विभिन्न हिस्सों में अपने प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व किया।