बिहार में SIR पर बवाल के बीच बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग की मतदाता सूची की विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया को लेकर राजनीतिक बवाल मचा हुआ है। इस बीच, महाराष्ट्र में बांग्लादेशी जन्म प्रमाणपत्र घोटाले को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। देवेंद्र फडणवीस सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए पिछले दो महीने 40 हजार से ज्यादा जन्म प्रमाण पत्रों को रद्द कर दिया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता किरीट सोमैया ने यह जानकारी देते हुए सरकार के कदम का स्वागत किया।
पूर्व भाजपा सांसद किरीट सोमैया ने कहा, “महाराष्ट्र सरकार ने पिछले दो महीनों में 42,191 जन्म प्रमाण पत्र रद्द कर दिए हैं जो बांग्लादेश से आए अयोग्य व्यक्तियों को जारी किए गए थे… अकेले अकोला शहर में ऐसे 3,948 प्रमाण पत्र जारी किए गए और अमरावती में यह संख्या 2,823 थी। महाराष्ट्र में घुसपैठियों के लिए कोई जगह नहीं है।”
सोमैया का दावा है कि बांग्लादेशी जन्म प्रमाण पत्र घोटाला महाराष्ट्र में वर्ष 2024 में हुआ था, जिसमें नायब तहसीलदार को जन्म प्रमाण पत्र जारी करने का कोई अधिकार नहीं था, फिर भी उन्होंने लगभग 40 हजार लोगों को गैर कानूनी तरीके से जन्म प्रमाण पत्र दिए। इनमें सबसे ज्यादा मामले अकोला, अमरावती, नागपुर और मालेगांव जिले से है।
उल्लेखनीय है कि बांग्लादेशी जन्म प्रमाणपत्र घोटाला मामले में इसी साल महाराष्ट्र सरकार ने कार्रवाई करते हुए लगभग 40,000 जन्म प्रमाण पत्रों को रद्द करने का आदेश दिया था। राज्य सरकार का कहना है कि इस कदम से न केवल अवैध तरीके से पैदा हुए प्रमाणपत्रों का निस्तारण होगा, बल्कि राज्य की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था पर भी इसका सकारात्मक असर पड़ेगा।