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Thursday 24 April 2025
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ट्रंप अब दवाइयों पर लगाएंगे टैरिफ

ट्रंप अब दवाइयों पर लगाएंगे टैरिफ
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर वैश्विक व्यापार को हिलाने वाला ऐलान किया है। मंगलवार रात को वाशिंगटन में नेशनल रिपब्लिकन कांग्रेसनल कमेटी के डिनर में अपने भाषण के दौरान उन्होंने कहा, “हम बहुत जल्द फार्मास्यूटिकल्स पर एक बड़ा टैरिफ लगाने की घोषणा करने जा रहे हैं।” यह बयान ऐसे समय में आया है, जब पिछले हफ्ते घोषित रेसिप्रोकल टैरिफ बुधवार, 9 अप्रैल 2025 से लागू हो गए हैं। भारत, जो अपने फार्मा निर्यात का 31.5 प्रतिशत अमेरिका को भेजता है, के लिए यह खबर किसी बड़े झटके से कम नहीं है। ट्रंप की इस नीति से भारत की दवा कंपनियों पर भारी दबाव पड़ सकता है, जो पहले से ही वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला और प्रतिस्पर्धा से जूझ रही हैं।
भारत अमेरिका को हर साल करीब 12.7 बिलियन डॉलर की दवाएं निर्यात करता है, जिसमें जेनेरिक दवाओं का बड़ा हिस्सा शामिल है। हेल्थकेयर डेटा कंपनी आईक्यूवीआईए के अनुसार, 2022 में अमेरिका में दी गई हर दस प्रिस्क्रिप्शनों में से चार भारतीय कंपनियों की थीं। ये जेनेरिक दवाएं अमेरिकी हेल्थकेयर सिस्टम की लागत को कम रखने में अहम भूमिका निभाती हैं, जो दुनिया के सबसे महंगे स्वास्थ्य सिस्टमों में से एक है। पिछले हफ्ते जब ट्रंप ने 180 से अधिक देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की थी, तब फार्मास्यूटिकल्स को कॉपर, सेमीकंडक्टर, लकड़ी, बुलियन और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों के साथ छूट दी गई थी। लेकिन अब ट्रंप का ताजा बयान इस छूट को खत्म करने की ओर इशारा करता है, जिससे भारत की फार्मा इंडस्ट्री में हड़कंप मच गया है।
भारत अमेरिका को हर साल करीब 12.7 बिलियन डॉलर की दवाएं निर्यात करता है, जिसमें जेनेरिक दवाओं का बड़ा हिस्सा शामिल है। हेल्थकेयर डेटा कंपनी आईक्यूवीआईए के अनुसार, 2022 में अमेरिका में दी गई हर दस प्रिस्क्रिप्शनों में से चार भारतीय कंपनियों की थीं। ये जेनेरिक दवाएं अमेरिकी हेल्थकेयर सिस्टम की लागत को कम रखने में अहम भूमिका निभाती हैं, जो दुनिया के सबसे महंगे स्वास्थ्य सिस्टमों में से एक है। पिछले हफ्ते जब ट्रंप ने 180 से अधिक देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की थी, तब फार्मास्यूटिकल्स को कॉपर, सेमीकंडक्टर, लकड़ी, बुलियन और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों के साथ छूट दी गई थी। लेकिन अब ट्रंप का ताजा बयान इस छूट को खत्म करने की ओर इशारा करता है, जिससे भारत की फार्मा इंडस्ट्री में हड़कंप मच गया है।




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