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Wednesday 3 September 2025
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सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर नेता से अभिनेता तक दे रहे बयान

सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर नेता से अभिनेता तक दे रहे बयान
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर में बेघर कुत्तों की बढ़ती समस्या पर एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है। कोर्ट ने अगले आठ हफ्तों के भीतर सभी आवारा कुत्तों को पकड़कर विशेष आश्रय स्थलों में रखने का आदेश दिया है। कोर्ट ने कुत्तों के हमलों में हो रही वृद्धि को “चिंताजनक” बताते हुए यह कदम उठाया है। इस फैसले के बाद, आवारा कुत्तों के पक्ष और विपक्ष में लोग अपनी राय दे रहे हैं, और इसी कड़ी में बॉलीवुड अभिनेत्री रवीना टंडन ने भी इस फैसले पर अपनी नाराजगी जाहिर की है।

पशु प्रेमी रवीना टंडन ने कहा कि बेघर कुत्तों की बढ़ती संख्या के लिए इन बेजुबान जानवरों को जिम्मेदार ठहराना सही नहीं है। उन्होंने कहा “आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या के लिए इन बेचारे कुत्तों को दोषी ठहराना गलत है। अगर स्थानीय निकायों ने टीकाकरण और नसबंदी अभियान को ठीक से चलाया होता तो यह स्थिति नहीं आती। स्थानीय निकायों को अपने क्षेत्र के आवारा कुत्तों की जिम्मेदारी लेनी होगी। नसबंदी आज की सबसे बड़ी जरूरत है।”

दिल्ली के मंत्री कपिल मिश्रा ने फैसले को बताया सही
दूसरी ओर दिल्ली की रेखा सरकार में कैबिनेट मंत्री कपिल मिश्रा ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सही बताया है। मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा “आवारा कुत्तों को लेकर सुप्रीम कोर्ट का आदेश दिल्ली को रेबीज और बेसहारा पशुओं के भय से मुक्ति दिलाने का एक रास्ता दिखाता है। सीएम रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली सरकार का पशु विभाग सभी एजेंसियों के साथ मिलकर इस आदेश का अध्ययन करके इसको समुचित लागू करने की दिशा में आगे बढ़ेगा। इस आदेश को समयबद्ध तरीके पूर्णतया लागू करते हुए बेसहारा पशुओं के समुचित कल्याण का विशेष ध्यान रखा जाएगा।”

राहुल गांधी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को गलत बताया
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को गलत बताया है। उन्होंने कहा “दिल्ली एनसीआर में सभी आवारा कुत्तों को हटाने वाला सुप्रीम कोर्ट का निर्देश दशकों से चली आ रही मानवीय और विज्ञान समर्थित नीति से एक कदम पीछे है। ये बेजुबान कोई समस्या नहीं हैं, जिन्हें मिटाया जा सके। नसबंदी, टीकाकरण और शेल्टर होम में इन्हें आश्रय देकर सड़कों से इनका आतंक खत्म किया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला अदूरदर्शी है, जो हमारी करुणा को खत्म करता है।”




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