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Monday 8 September 2025
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शारदीय नवरात्रि में किस वाहन से धरती पर पधारेंगी देवी दुर्गा

शारदीय नवरात्रि में किस वाहन से धरती पर पधारेंगी देवी दुर्गा
शारदीय नवरात्र का पर्व मां दुर्गा की उपासना का महापर्व है। नौ दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा होती है। वहीं, हर साल नवरात्र (Sharadiya Navratri 2025) में मां दुर्गा अलग-अलग वाहनों पर सवार होकर आती हैं, जिसका अपना विशेष महत्व होता है।

शारदीय नवरात्र 2025 शुभ मुहूर्त
आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 22 सितंबर को रात 01 बजकर 23 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 23 सितंबर को रात 02 बजकर 55 मिनट पर होगा। ऐसे में नवरात्र की शुरुआत 22 सितंबर, 2025 दिन सोमवार से होगी।

इस साल किस वाहन पर आएंगी मां दुर्गा?
नवरात्र की शुरुआत सोमवार से हो रही है। देवी भागवत पुराण के अनुसार, अगर नवरात्र सोमवार को शुरू हो, तो देवी दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं।
श्लोक – “शशि सूर्य गजारूढ़ा शनिभौमै तुरंगमे। गुरौ शुक्रेचा दोलायं बुधे नौकाप्रकीर्तिता।”
मां दुर्गा का हाथी से आना एक शुभ संकेत माना जा रहा है। यह शांति, समृद्धि और ऐश्वर्य का प्रतीक है। कहा जा रहा है कि यह अच्छी बारिश, भरपूर फसल और किसानों की समृद्धि का संकेत दे रहा है।

हाथी पर आगमन का महत्व
नवरात्र के दौरान मां दुर्गा का वाहन उनके आगमन के दिन पर निर्भर करता है। मां दुर्गा का हाथी पर आना बेहद शुभ माना जाता है। हाथी को सुख, समृद्धि, और शांति का प्रतीक माना जाता है। जब मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं, तो यह खुशहाली का संकेत होता है। इसके साथ ही चारों ओर सुख-समृद्धि का माहौल बनता है। इसके साथ ही सभी भक्तों के लिए यह सुख और संपन्नता का प्रतीक है।

नवरात्र के अन्य वाहन और उनका महत्व
सोमवार या रविवार – हाथी पर आगमन (सुख-समृद्धि और अच्छी बारिश)
शनिवार या मंगलवार – घोड़े पर आगमन (युद्ध और राजनीतिक उथल-पुथल)
गुरुवार या शुक्रवार – पालकी पर आगमन (सुख, शांति और समृद्धि)
बुधवार – नाव पर आगमन (सभी मनोकामनाओं की पूर्ति)




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