Repo Rate में नो चेंज, आपकी Loan की EMI नहीं बढ़ेगी
भारतीय रिजर्व बैंक ने इस बार प्रमुख ब्याज दर यानी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। आरबीआई गवर्नर संजय मलहोत्रा ने मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए बताया कि बैठक में रेपो रेट को यथावत रखने का फैसला हुआ है। प्रमुख ब्याज दर 5.5 फीसदी पर ही बनी रहेगी। मौद्रिक नीति का रुख ‘न्यूट्रल’ रखा गया है। आरबीआई गवर्नर ने बताया कि प्रमुख महंगाई दर 4 फीसदी के करीब बनी हुई है। आरबीआई ने वित्त वर्ष 2026 के लिए रियल जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.5 फीसदी रखा है।
क्या है जीडीपी ग्रोथ अनुमान?
संजय मलहोत्रा ने बताया कि वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी ग्रोथ अनुमान 6.5 फीसदी है। इसी तरह दूसरी तिमाही के लिए यह 6.7 फीसदी, तीसरी तिमाही के लिए 6.6 फीसदी, चौथी तिमाही के लिए 6.3 फीसदी है। वहीं, आरबीआई ने वित्त वर्ष 2027 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी का अनुमान 6.6 फीसदी बताया है।
घटाया महंगाई का अनुमान
आरबीआई ने मौद्रिक नीति में वित्त वर्ष 2026 के लिए खुदरा महंगाई का अनुमान घटाकर 3.1 फीसदी कर दिया है। यह अनुमान पहले 3.7 फीसदी था। महंगाई पर आरबीआई के तिमाही अनुमानों की बात करें, तो यह वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही के लिए 2.1 फीसदी से 3.4 फीसदी, तीसरी तिमाही के लिए 3.1 फीसदी से 3.9 फीसदी, चौथी तिमाही के लिए 4.4 फीसदी और वित्त वर्ष 2027 की पहली तिमाही के लिए 4.9 फीसदी है।
इससे पहले 1% घट चुकी है रेपो रेट
भारतीय रिजर्व बैंक ने फरवरी 2025 में करीब 5 साल के बाद रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती की थी। इससे रेपो रेट घटकर 6.25 फीसदी पर आ गई थी। फिर अप्रैल में आरबीआई ने दोबारा 0.25 फीसदी का रेट कट किया। इसके बाद जून 2025 में आरबीआई ने प्रमुख ब्याज दर में और बड़ी कटौती की। केंद्रीय बैंक ने उस समय ब्याज दर में 0.50 फीसदी की कटौती कर सबको चौंका दिया था। इससे रेपो रेट घटकर 5.50 फीसदी पर आ गई। इस तरह साल 2025 में आरबीआई 100 आधार अंक यानी 1 फीसदी की कटौती कर चुका है।