Search
Thursday 12 June 2025
  • :
  • :
Latest Update

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल दिल्ली में प्रथम बोडोलैंड महोत्सव का करेंगे उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल शाम 6:30 बजे नई दिल्ली स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण इंदिरा गांधी खेल परिसर में प्रथम बोडोलैंड महोत्सव का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री उपस्थित जनसमूह को संबोधित भी करेंगे।

15 और 16 नवंबर को आयोजित दो दिवसीय महोत्सव जोशपूर्ण बोडो समाज के निर्माण और शांति बनाए रखने के लिए भाषा, साहित्य और संस्कृति का बड़ा आयोजन है। इसका उद्देश्य न केवल बोडोलैंड में बल्कि असम, पश्चिम बंगाल, नेपाल और पूर्वोत्तर के अन्य अंतरराष्ट्रीय सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले स्थानीय बोडो लोगों को एकीकृत करना है। महोत्सव का विषय है ‘समृद्ध भारत के लिए शांति और सद्भाव’, इसमें बोडो समुदाय के साथ-साथ बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (बीटीआर) के अन्य समुदायों की समृद्ध संस्कृति, भाषा और शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इसका उद्देश्य बोडोलैंड की सांस्कृतिक और भाषाई विरासत, पारिस्थितिक जैव विविधता और पर्यटन के लिए उपयुक्त स्थलों का लाभ उठाना है।

उल्लेखनीय है कि यह महोत्सव प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में 2020 में बोडो शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद से सुधार और उबरने की महत्वपूर्ण उपलब्धि का जश्न मना रहा है। इस शांति समझौते से न केवल बोडोलैंड में दशकों से चले आ रहे संघर्ष, हिंसा और जानमाल के नुकसान की समस्या से निजात मिली, बल्कि यह समझौता अन्य शांति समझौतों के लिए प्रेरणास्रोत भी बना।

भारतीय विरासत और परंपराओं में योगदान दे रहे “समृद्ध बोडो संस्कृति, परंपरा और साहित्य” पर आयोजित सत्र महोत्सव का मुख्य आकर्षण होगा, जिसमें समृद्ध बोडो संस्कृति, परंपराओं, भाषा और साहित्य की श्रृंखला पर विचार-विमर्श किया जाएगा। “राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के माध्यम से मातृभाषा माध्यम से शिक्षा की चुनौतियां और अवसर” विषय पर भी एक सत्र आयोजित किया जाएगा। बोडोलैंड क्षेत्र के पर्यटन और संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से संस्कृति तथा पर्यटन के माध्यम से “स्थानीय सांस्कृतिक बैठक और ‘जोशपूर्ण बोडोलैंड’ क्षेत्र के निर्माण पर विषयगत चर्चा सत्र भी आयोजित किया जाएगा।

इस समारोह में बोडोलैंड क्षेत्र, असम, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, नागालैंड, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, भारत के अन्य भागों तथा पड़ोसी राज्यों नेपाल और भूटान से आने वाले पांच हजार से अधिक सांस्कृतिक, भाषाई और कला प्रेमी शामिल होंगे।

 




Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *