पूर्व सीएम केसीआर की बेटी कविता पार्टी से निलंबित
तेलंगाना की पार्टी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने अपनी एमएलसी और पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) की बेटी के. कविता को पार्टी से निलंबित कर दिया है। बीआरएस ने कहा कि हाल के दिनों में कविता के व्यवहार और उनकी गतिविधियां पार्टी के हितों के खिलाफ रही हैं। उन पर ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ में शामिल होने और संगठन को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है। बीआरएस ने कहा है कि पार्टी अध्यक्ष चंद्रशेखर राव ने एमएलसी कविता को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का फैसला लिया है।
कविता को पार्टी से ऐसे समय में बर्खास्त किया गया है, जब बीआरएस पहले से ही अंदरूनी चुनौतियों का सामना कर रही है। बर्खास्तगी से एक दिन पहले कविता ने उस समय पार्टी के भीतर तूफान खड़ा कर दिया था, जब उन्होंने अपनी ही पार्टी के नेताओं पर केसीआर की छवि को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। उन्होंने वरिष्ठ नेता टी. हरीश राव और पूर्व सांसद मेघा कृष्णा रेड्डी पर उनके पिता पर ‘भ्रष्टाचार का ठप्पा’ लगाने का आरोप लगाया और दावा किया कि हरीश राव और संतोष कुमार ने उन्हें हाशिये पर धकेलने की साजिश रची।
22 अगस्त को कविता जब विदेश थीं, तब उन्हें अचानक तेलंगाना तेलंगाना बोग्गु घानी कर्मिका संघम (टीबीजीकेएस) की मानद अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। उन्होंने इसे एक साजिश बताया था और कहा था कि यह कदम पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है। कविता ने आरोप लगाया था कि टीबीजीकेएस के लिए चुनाव उनकी बिना जानकारी के पार्टी दफ्तर में हुआ और यह श्रम कानूनों का उल्लंघन भी हो सकता है। उन्होंने कहा, मैंने केवल पार्टी के अंदरूनी कामकाज पर सवाल उठाया, इसी बात की मुझे सजा दी जा रही है। उन्होंने इसके लिए पार्टी के कुछ लोगों को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया।
‘पापा आपको भाजपा के खिलाफ सख्त रुख अपनाना चाहिए’
उन्होंने यह भी बताया कि बीआरएस की बैठक के बाद जो पत्र उन्होंने अपने पिता और पार्टी अध्यक्ष को लिखा था, उसका लीक होना उनके खिलाफ माहौल बनने की वजह बना। उस पत्र में कविता ने लिखा था, आप (केसीआर) ने केवल दो मिनट बोला और उसी से कुछ लोग यह अटकलबाजी करने लगे कि भविष्य में भाजपा से गठबंधन होगा। मुझे भी व्यक्तिगत रूप से लगा कि आपको भाजपा के खिलाफ और तीखा बोलना चाहिए था। शायद इसलिए क्योंकि मुझे भाजपा की वजह से ही कष्ट झेलना पड़ा। लेकिन पापा, आपको और सख्त रुख अपनाना चाहिए था।
‘पत्र लीक की जांच के बजाय मेरे खिलाफ कार्रवाई की’
उन्होंने सार्वजनिक रूप से पूछा कि यह पत्र किसने लीक किया। कविता ने पार्टी के भीतर ही कुछ लोगों पर संगठन को कमजोर करने का आरोप लगाया। कविता ने कहा, मैंने सैकड़ों पत्र लिखे हैं, इसमें गलत क्या है? उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पत्र लीक की जांच करने के बजाय पार्टी नेतृत्व ने उनके खिलाफ कार्रवाई की। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके पास झूठी जानकारियां पहुंचाई गईं जो केसीआर के नाम से थीं। उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि बीआरएस को भाजपा में मिलाने की कोशिशें हो रही हैं, जिसका उन्होंने जेल में रहते हुए भी विरोध किया था।