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Thursday 7 August 2025
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नए साल पर मोहन करेंगे कैबिनेट का विस्तार?

मध्यप्रदेश की विजयपुर सीट पर बीजेपी की हार के बाद मंत्री रामनिवास रावत ने अपना इस्तीफा दे दिया है। जिसके बाद से मोहन सरकर में एक और मंत्री पद खाली हो गया है। सरकार में अब केवल 31 मंत्री बचे हुए है। रामनिवास रावत का वन मंत्रालय अब सीएम मोहन यादव के पास पहुंच गया है। नियम के अनुसार किसी मंत्रालय के मंत्री के इस्तीफे के बाद स्वत: ही वह मंत्रालय सीएम के पास पहुंच जाता है।

नए साल में होगा मंत्रिमंडल विस्तार?

दरअसल, मुख्यमंत्री मोहन यादव आज कैबिनेट की बैठक करने वाले है। होने वाली कैबिनेट की बैठक में सीएम मोहन मंत्रियों के कामकाज की चर्चा करेंगे। इसी को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है। चर्चा है कि सीएम मोहन मंत्रियों के कामकाज रिपोर्ट लेंगे। जिन मंत्रियों का कामकाज ठीक नहीं होगा उन्हें हटाकर उनकी जगह लाइन में लगे नेताओं को मौका दे सकती है। इसके अलावा कैबिनेट में खाली पदों को भी भरा जा सकता है।

भूपेन्द्र-गोपाल बनेंगे मंत्री?

चर्चा यह भी है कि सागर जिले में जारी सियासी बवाल को खत्म करने के लिए मोहन सरकार भूपेन्द्र सिंह और गोपाल भार्गव को कैबिनेट में शामिल कर सकती है। क्योंकि मामले को लेकर बीजेपी बैकफूट पर आ गई है। बीजेपी नही चाहेगी की आने वाले समय में सागर ​जिले में पार्टी को नुकसान उठाना पड़े। वर्तमान में सागर जिले की सभी सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। हालांकि बीना सीट से निर्मला सप्रे का मामला अधर में है। वे बीजेपी में शामिल तो हो चुकी है, लेकिन उन्होंने अबतक इस्तीफा नही दिया है। निर्मला सप्रे का मामला अदालत में विचारधीन है।

सरकार में 4 पद खाली

रामनिवास रावत के इस्तीफे के बाद से अटकलों का दौर शुरू हो गया है कि आखिर वन मंत्रालय अब किसे सौंपा जाएगा। इसके अलावा कयास लगाए जा रहे है कि मोहन सरकार नए साल में मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकती है। सरकार में अभी 31 मंत्री है, नियम अनुसार किसी भी राज्य सरकार में 35 मंत्री बनाए जा सकते है। यानी सरकार में 4 मंत्रियों की कुर्सी खाली है। मोहन सरकार नए साल में मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकती है।

शाह को मिल सकता है वन मंत्रालय?

रावत के इस्तीफे के बाद सबसे ज्यादा चर्चा है कि वन मंत्रालय किसे मिलेगा? इसको लेकर कयास लगाए जा रहे है कि अगर मोहन सरकार मंत्रिमंडल का विस्तार करती है तो अमरवाड़ा से भाजपा विधायक कमलेश शाह को वन मंत्री बनाया जा सकता है। दरअसल, राम निवास रावत कांग्रेस से बीजेपी में आए थे। मोहन सरकार ने रावत को सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया था। वही अमरवाड़ा से भाजपा विधायक कमलेश शाह कांग्रेस से बीजेपी में आए थे और इस्तीफा देकर उपचुनाव लड़ा और विधायक बने। ऐसे में माना जा रहा है कि बीजेपी इस बार कमलेश शाह को सरकार में मंत्री बनाकर मौका दे सकती है।

आपको बता दें कि रामनिवास रावत के इस्तीफे के बाद वन मंत्रायल का प्रभार सीएम मोहन यादव के पास रहेगा। जब तक मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं होता तब तक सीएम मोहन वन मंत्रालय देखेंगे। फिलहाल मंत्रिमंडल का विस्तार कब होगा, होगा या नहीं यह अभी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है, लेकिन प्रदेश की राजनीति में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अटकलों का दौर जारी है




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