Search
Saturday 2 August 2025
  • :
  • :
Latest Update

मध्‍य प्रदेश बनेगा टेक्‍सटाइल और गारमेंटस हब

मध्‍य प्रदेश बनेगा टेक्‍सटाइल और गारमेंटस हब
इन्वेस्टर्स समिट 2025 इस औद्योगिक परिवर्तन को नई दिशा देगा। इस समिट में दुनिया भर के निवेशको उद्योगपतियों और नीति निर्माताओं को आमंत्रित किया जा सा है आकि वे मध्य प्रदेश की संभावनाओं को देख सकें और यहां निदेश के नए अवसर सकें। नाय प्रदेश देगसटाइल क्षेत्र में अपनी ऐतिहासिक विरासत और अनि नयाचार कर समावेश करते हुए एक हिया केंद्र के रूप में स्थापित होने की दिशा में अग्रसर है। सरकार निवेशकों के लिए हर संधि सुविधा उपलब्ध कराकर इस सेत्र में नए आवान स्थापित करने के लिए दूरी तरह प्रतिवद्ध मुख्यमंत्री डॉ. नेहा कि सरकार की नीति फार्म से केडिया, ऐडिका से किवटी फैक्ट्री से फैशन और फैशन से विदेशी बाजार तक रही है। इस नजरिए को अपनाकर प्रदेश में टेक्सटाइल और परिधान उद्योग को देशिक प्रतिस्वर्ण में खड़ा किया जा रहा है। राज्य सरकारइसमें में निवेश करने वाले सभी उद्योगों को हर संभव सहायता उपलब्ध करवाकर मध्यप्रदेश को रिस्रस्तरीय टेक्सटाइल के रूप में स्थापित करेगी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव प्रदेश में औद्योगिक विकास पर जोर दे रहे हैं। इसी कड़ी में अब गुजरात के बाद मत्र को टेक्सटाइल और गारमेंट हब के रूप में विकसित करने की तैयारी की जा रही है। मुख्यमंत्री ने इस महीने के अंत में होने वाले राज्य के ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 से पहले कहा कि एमपी टेक्सटाइल और परिधान इंडस्ट्री के क्षेत्र में अपार संभावनाओं वाला राज्य बन चुका है। राज्य की समृद्ध कृषि, पारंपरिक युनकर समुदायों की कला, आधुनिक इंडस्ट्रियल आधार और इन्वेस्टर फ्रेंडली पॉलिसी प्रदेश को इस क्षेत्र में सबसे आगे रखा रही है। वहीं सरकार को प्रयासों से मध्यप्रदेश तेजी से भारत के प्रमुख टेक्सटाइल और गारमेंट हब के रूप में
मप्र में पर्याप्त संसाधन
मात्र में टेक्सटाइल और गारनेट्स उद्योग के लिए पयांन संसाधन है। नुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश कपास उत्पादन में सबसे आगे है। साथ ही यहां का रेशम उद्योग भी लगतार बस से रह है। राज्य हर रात 200 टन से अधिक रेशम उत्पादन करता है, जिससे परपरागाहयकरण और आधुनिक सिल्वा उत्पच बोनी को बढ़ावा मिल रहा है। इसके अलावा, महप्रदेश अधुनिक आर्टिफिशियल फाइबर स्त्पादन के क्षेत्र में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है, जिल्से टेक्निकत टेक्सटाइल और स्पेशलिटी फाइबर निर्माण को बल निज रहा है। सीएम यादव ने कहा कि बार जिले में विकसित किया जा रहा पीएम नेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड अबैरल पार्क प्रदेश के कपड़ा उद्योग को नया अजन देगा। 2,100 एकड इस पार्क में टेक्सटाइल और गारमेट उद्योग के लिए विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा हप्तब्य देगा। यह पार्क न केवल देश आनेगा बल्कि प्रदेशको वैश्विक स्तर पर प्रति भी बनाएगा।
ग्लोबल इन्वेस्टरां समिट-2025 इस औद्योगिक मात्रा को और गति देने का माध्यम बनेगा, जहां दुनिया भर के इन्वेस्टर्स को प्रदेश में उपलब्ध अवसरों से अणगत कराया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश की टेक्सटाइल इंडस्ट्री केवल उत्पादन तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें कच्चे माल के उत्पादन से लेकर परियान निर्माण और वैश्विक निर्यात तक सभी चरण शामिल है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश, भारत के 43 प्रतिशत और वैश्विक स्टर पर 24 प्रतिशत अगिनिक कॉटन उत्पादन में योगदान देता है। यह आंकड़ा न केवल प्रदेश की क्षमता को दशांता है, बल्कि इसे पर्यावरणीय रूप से उच्च गुणवत्ता वाले वस्त्र निमर्माण के लिए एक आदर्श स्थान बनाता है।




Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *