चुनाव आयोग की निष्पक्षता सवाल
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लगातार चुनाव आयोग पर निशाना साध रहे हैं। वह संवैधानिक संस्था पर वोटों की चोरी का आरोप लगा रहे हैं। आज वह बेंगलुरु में वोट अधिकार रैली को संबोधित किया। उन्होंने इससे पहले एक्स पर लिखा कि वोट चोरी सिर्फ एक चुनावी घोटाला नहीं, ये संविधान और लोकतंत्र के साथ किया गया बड़ा धोखा है। देश के गुनहगार सुन लें- वक्त बदलेगा, सजा जरूर मिलेगी।
वोटों की चोरी का लगाया आरोप
राहुल गांधी ने कहा कि वोट की चोरी संविधान के साथ धोखा है। उन्होंने कहा- जहां नए वोट आए वहां बीजेपी जीती। संविधान एक वोट का अधिकार देता है। पिछले चुनाव में हमारे सामने एक सवाल उठा, लोकसभा का चुनाव हुआ। उसके बाद महाराष्ट्र का विधानसभा चुनाव हुआ। एक ओर जहां लोकसभा में हमारा गठबंधन महाराष्ट्र के चुनाव को जीतता है, वहीं 4 महीने बाद बीजेपी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जीत जाती है। हमने पता लगाया कि मालूम हुआ कि विधानसभा चुनाव में 1 करोड़ नए लोगों ने वोट किया।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि तब हमें लगा कि दाल में कुछ काला है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में हमारी जो पोलिंग थी। वह हमें 15-16 सीटें दे रही थी, हम रुझानों में 16 पर आगे थे। हमने 9 सीटों पर जीत दर्ज की। जब हमने चुनाव आयोग से वोटर लिस्ट मांगा, इलेक्ट्रॉनिक सॉफ्ट कॉपी मांगी तो उन्होंने मना कर दिया। राहुल ने सीधा-सीधा आरोप लगाया कि चुनाव आयोग और बीजेपी ने मिलकर कर्नाटक से लोकसभा चुराई है। उन्होंने महादेवपुरा लोकसभा सीट का उदाहरण देते हुए कगहा कि यहां 1 लाख 250 वोट चोरी किए गए। उन्होंने 5 तरीके गिनाते हुए कहा कि फर्जी मतदाता, फर्जी पता, एक ही पते पर कई वोटर, इनवेलिड फोटो और फॉर्म 6 का गलत इस्तेमाल करते हुए वोट चुराई गई।