बिहार चुनाव में 45 विधानसभा सीटें बढ़ा सकती हैं बीजेपी की ताकत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार यात्रा के नाम पर इतिहास रच दिया है। मई की उनकी बिहार यात्रा का नंबर 50वां है। ऐसा करने वाले वह पहले प्रधानमंत्री बन गए हैं। 2025 में ही देखा जाए तो पीएम अब तक 3 बार बिहार आ चुके है। राजनीतिक पंडित साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को इसकी बड़ी वजह मानते हैं। साथ ही मगध-शाहाबाद बेल्ट में एनडीए की कमजोर स्थिति भी चिंता की वजह है, जहां विधानसभा की 55 सीटें हैं।
फरवरी में भागलपुर गए
प्रधानमंत्री फरवरी में भागलपुर गए थे। इसके बाद अप्रैल में मधुबनी आए। मधुबनी की सभा से ही पीएम ने पाकिस्तान को पहलगाम आंतकी हमले के लिए चेताया था। उन्होंने ऐलान किया था कि इसका बदला लिया जाएगा और वह अचूक होगा। फिर 6-7 मई की रात ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया।
मैंने अपना वादा पूरा किया
इसके बाद मई में उन्होंने राजद नीत महागठबंधन के गढ़ मगध और शाहाबाद का हार्ट कहे जाने वाले बिक्रमगंज में सभा की। उन्होंने कहा-मैंने अपना वादा पूरा किया। पाकिस्तान को पहलगाम हमले का माकूल जवाब दिया गया है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई न खत्म हुई है और न ही रुकेगी।
बिहार की सभाएं ऑपरेशन का आगाज व अंत
राजनीतिक विश्लेषक ओम प्रकाश अश्क के मुताबिक पीएम की मधुबनी और बिक्रमगंज की सभा को एक ऑपरेशन के आगाज और अंत के रूप में देखा जाना चाहिए। उत्तर बिहार में एनडीए मजबूत है और मधुबनी इसी तरफ पड़ता है। लेकिन एनडीए को मगध-शाहाबाद क्षेत्र में 2020 के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव में मुंह की खानी पड़ी थी। कांग्रेस-राजद-माले के गठजोड़ को दोनों चुनावों में यहां बड़ी सफलता मिली थी।
बिहार चुनाव में 45 विधानसभा सीटें बढ़ा सकती हैं बीजेपी की ताकत
May 31, 2025Kodand Garjanaदेश विदेश0Like
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