अदाणी समूह ने अदाणी विल्मर में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी बेची
अदाणी समूह ने एडब्ल्यूएल एग्री बिजनेस लिमिटेड (जिसे पहले अदाणी विल्मर लिमिटेड के नाम से जाना जाता था) में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी विल्मर इंटरनेशनल, सिंगापुर को 7,150 करोड़ रुपये में बेच दी है। समूह ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में इस सौदे की जानकारी दी है। समूह ने दिसंबर में अदाणी विल्मर में अपनी पूरी 44 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की घोषणा की थी ताकि वह अपने मुख्य बुनियादी ढांचा कारोबार पर ध्यान केंद्रित कर सके।
एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) की सहायक कंपनी अदाणी कमोडिटीज एलएलपी (एसीएल) और विल्मर इंटरनेशनल, सिंगापुर की सहायक कंपनी लेंस प्राइवेट लिमिटेड ने एक समझौता किया है। उन्होंने एक-दूसरे को एडब्ल्यूएल (अदाणी विल्मर लिमिटेड) में एईएल/एसीएल के शेयर बाद में खरीदने या बेचने का विकल्प दिया, जिस कीमत पर दोनों सहमत थे- लेकिन यह कीमत 305 रुपये प्रति शेयर से ज्यादा नहीं हो सकती थी। दोनों के पास कंपनी में कुल मिलाकर लगभग 88 प्रतिशत (प्रत्येक के पास 44 प्रतिशत) हिस्सेदारी थी।
जनवरी 2025 में, एईएल और एसीएल ने एडब्ल्यूएल में अपनी 13.5 प्रतिशत हिस्सेदारी 276.51 रुपये प्रति शेयर पर बेच दी थी। ऐसा इसलिए किया गया ताकि कंपनी के ज्यादा शेयर जनता के पास हों, जैसा कि न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता आवश्यकताओं के अनुसार आवश्यक है। इस बिक्री के बाद, एसीएल व एईएल के पास के पास एडब्ल्यूएल का लगभग 30.42 प्रतिशत स्वामित्व हो गया। अब, अदाणी समूह ने 7,150 करोड़ रुपये के सौदे में एडब्ल्यूएल एग्री बिजनेस में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी सिंगापुर स्थित विल्मर इंटरनेशनल को 275 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बेच दी है। यह सौदा अदाणी समूह की एफएमसीजी कारोबार से बाहर निकलने की योजना का हिस्सा है।
इस लेनदेन के बाद, विल्मर इंटरनेशनल 64 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ अदाणी को पीछे छोड़ते हुए एडब्ल्यूएल एग्री में बहुसंख्यक शेयरधारक (मेजॉरिटी शेयरहोल्डर) बन जाएगा। अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि उसने, एसीएल और लेंस ने एक शेयर खरीद समझौता (एसपीए) किया है, जिसके तहत “लेंस खरीदने के लिए और एसीएल अधिकतम 259,935,721 इक्विटी शेयर बेचने के लिए सहमत हो गया है। शेयरों की यह संख्या एसीएल की एडब्ल्यूएल एग्री बिजनेस लिमिटेड (जिसे पूर्व में अदाणी विल्मर लिमिटेड के रूप में जाना जाता है) की जारी और चुकता इक्विटी शेयर पूंजी का 20 प्रतिशत है।