पश्चिम बंगाल में द्वितीय वर्ष की स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के मामले में विरोध प्रदर्शन के बीच आर जी कर आयुर्विज्ञान कॉलेज और अस्पताल के प्रिंसिपल संदीप घोष ने इस्तीफा दे दिया है। अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए घोष ने विरोध प्रदर्शन करने वाले मेडिकल विद्यार्थियों और अन्य कर्मचारियों को अस्पताल परिसरों में विरोध प्रदर्शन रोकने का आग्रह किया है। उन्होंने दावा किया कि वे अपने प्रतिद्वंद्वी समूह के राजनीतिक षड्यंत्र का शिकार हुए हैं।
प्रदर्शनकारी अपनी चार मांगों के पूरी होने तक विरोध प्रदर्शन जारी रखने पर अड़े हुए हैं। इससे पहले बंगाल पुलिस ने आगे की जांच के लिए इस दुर्घटना से जुड़े मामले में एक नागरिक स्वयंसेवक को गिरफ्तार किया है। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने कॉलेज के पूर्व चिकित्सा अधीक्षक और वाइस प्रिंसिपल डॉक्टर संजय वशिष्ठ के स्थानांतरण की घोषणा पहले ही कर दी है।
पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना के कारण रेजिडेंट डॉक्टरों की देशव्यापी हड़ताल जारी है। इस बीच, दिल्ली के एम्स ने कहा है कि आपातकालीन सेवाएं सामान्य रूप से काम कर रही हैं। पश्चिम बंगाल में, कोलकाता के एक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के बाद राज्य में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल और विरोध प्रदर्शन जारी है।
एक बयान में कहा गया कि सामान्य स्थिति बहाल होने तक ओपीडी सेवाएं काम करेंगी। केवल उन रोगियों को सुबह की ओपीडी में पंजीकृत किया जाएगा, जिन्होंने पहले ही अपॉइंटमेंट ले रखा है।
दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल ने भी आकस्मिक योजना बनाई है, ताकि ‘रोगी देखभाल सेवाएं’ कम से कम बाधित हों। दिल्ली के जो अस्पताल अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं, उनमें सफदरजंग, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज और मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज शामिल हैं।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा है कि कोलकाता के चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पताल की घटना की जांच शीघ्र ही केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो से कराई जानी चाहिए। नई दिल्ली में डॉक्टर मजूमदार ने कहा कि इस घटना को लेकर आंदोलन कर रहे चिकित्सक सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को इस बारे में अब तक जांच के लिए पत्र नहीं लिखा है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में छात्र सुरक्षा का मुद्दा सवालों के घेरे में है। उन्होंने कहा कि जादवपुर में हाल ही में एक मामले के बाद यह घटना दोबारा हुई है। कोलकाता के एक चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पताल में हुई घटना के बारे में नई दिल्ली में आज प्रधान ने कहा कि यह अपराध जघन्य और इसकी घोर निंदा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि एक सरकारी संस्थान में हुई इस घटना के लिए पश्चिम बंगाल सरकार को जवाब देना होगा।