महाकुंभ में अब तक 9.73 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने डुबकी लगा ली है। मौनी अमावस्या 29 जनवरी को है। यह सबसे बड़ा स्नान पर्व माना जाता है। अमावस्या पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। इस बार मौनी अमावस्या पर करीब 10 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है।
मौनी अमावस्या पर्व पर होने वाली करोड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ के मद्देनजर रेलवे प्रशासन ने कमर कस ली है। प्रयागराज रेलवे मंडल की ओर से हर चार मिनट पर एक ट्रेन चलाने की तैयारी की जा रही है। महाकुंभ 2025 की प्रयागराज में शुरुआत 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के स्नान के साथ हो गई है। मकर संक्रांति के दिन महाकुंभ के पहले अमृत स्नान पर्व पर उम्मीद से अधिक लगभग 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में स्नान किया था।
महाकुंभ नगर में 29 जनवरी को होने जा रहे मौनी अमावस्या के अमृत स्नान में पुण्य की डुबकी लगाने के लिए 10 करोड़ लोगों के पावन त्रिवेणी के तट पर पहुंचने का अनुमान है। 29 जनवरी को मौनी अमावस्या का अमृत स्नान होगा। मेला प्रशासन के दावे के मुताबिक इस स्नान पर्व में 7 से 10 करोड़ के बीच श्रद्धालुओं और पर्यटकों के महाकुंभ पहुंचने का अनुमान है, जिसे लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। प्रशासन के साथ-साथ साधु संतों के शिविरों में भी इस पावन अवसर पर अमृत स्नान के लिए आने वाले भक्तों के लिए व्यवस्था की जा रही है।